राहु को शांत करने के घरेलू उपाय | Rahu Shanti Ke Upaya

 राहु को शांत करने के घरेलू उपाय | Rahu Shanti Ke Upay


राहु के लक्षण और उपाय rahu ke upay


ज्योतिष और ग्रहणों के विषय में कई परंपरागत विचार हैं, और कई लोग विशेष ग्रहों के प्रभाव को शांत करने के लिए विभिन्न घरेलू उपाय करते हैं। यह उपाय व्यक्ति की आस्तिक आदर्शों और विशेष ज्योतिष संदर्भों पर निर्भर कर सकते हैं और इन्हें केवल आस्था और विश्वास के साथ लिया जाना चाहिए। यहां कुछ सामान्य घरेलू उपाय दिए जा रहे हैं जो राहु को शांत करने के लिए किए जा सकते हैं:


1. राहु को शांत करने का मंत्र| Rahu  Shanti Mantra 

   राहु के उपासना मंत्रों का जाप करना एक विकल्प हो सकता है। "ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः" इस राहु मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से राहु के प्रभाव में सुधार हो सकता है।

राहु का पौराणिक मंत्र

ऊँ अर्धकायं महावीर्य चन्द्रादित्यविमर्दनम:। सिंहिकागर्भसंभूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम्। ॐ रां राहवे नम:। तांत्रोक्त मंत्र- ऊँ ऎं ह्रीं राहवे नम:।

ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:। ऊँ ह्रीं ह्रीं राहवे नम:। 


राहू का गायत्री मंत्र 

ॐ शिरोरूपाय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो राहू: प्रचोदयात्।

इनमें से कोई भी मंत्र जाप करके राहु जनित दोषों की शान्ति कर सकते हैं।

वैदिक मंत्र

ॐ कयानश्चित्र आभुवदूतीसदा वृध: सखा कयाशश्चिष्ठया वृता। मंत्र की जप संख्या अठ्ठारह हजार होनी चाहिए और इसके दशांश का हवन करवाना चाहिए। हवन में दूर्वा का प्रयोग अधिकाधिक करना चाहिए।


2. दान और सेवा:

   धार्मिक दान और सेवा भी राहु को शांत करने में मदद कर सकती हैं। कुछ लोग केतु दान करने की सिफारिश करते हैं, जैसे कि खाद्य, रात्रि के समय में काले वस्त्र, और सियाही।


3. रत्न धारण करना:

   रत्नों का धारण भी राहु के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। लाजवर्त या हीरा राहु के उपाय के रूप में प्रचलित हैं।


4. व्रत और पूजा:

   राहु के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ लोग शनिवार को राहु व्रत रखते हैं और राहु की पूजा करते हैं।


5. तिलक और तंत्र पूजा:

   कुछ लोग राहु के प्रभाव को कम करने के लिए तिलक लगाने और तंत्र पूजा का पालन करते हैं।


6. देवता का स्मरण:

   राहु के प्रभाव को शांत करने के लिए देवता का स्मरण भी किया जा सकता है, जैसे कि शिव जी की पूजा या शिव ताण्डव स्तोत्र का पाठ।


यदि आप किसी भी ग्रहों के प्रभाव से संबंधित विशेष समस्याएं महसूस कर रहे हैं, तो सबसे अच्छा होगा कि आप एक विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श प्राप्त करें और उनसे सुझाव प्राप्त करें।


खराब राहु के लक्षण

ज्योतिष में, राहु को एक शुभ या अशुभ ग्रह माना जाता है और इसका प्रभाव व्यक्ति की कुंडली पर निर्भर करता है। यहां कुछ लक्षण हैं जो खराब राहु के प्रभाव को सुझाते हैं:


1. भ्रांति और भ्रम:

   खराब राहु के प्रभाव में व्यक्ति में भ्रांति, भ्रम, और अस्तित्व से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। व्यक्ति अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों को सही ढंग से नहीं समझ सकता है और उसमें भ्रांति हो सकती है।


2. अशांति और अस्तिरता:

   खराब राहु के प्रभाव में व्यक्ति में अशांति और अस्तिरता की भावना हो सकती है। यह व्यक्ति को चंगा रहने में कठिनाई पैदा कर सकता है और उसकी चिंता बढ़ा सकता है।


3. अनैतिक आचरण:

   खराब राहु के प्रभाव में व्यक्ति में अनैतिक आचरण की प्रवृत्ति हो सकती है। यह व्यक्ति को अनैतिक कार्यों में प्रवृत्ति कर सकता है और उसकी सामाजिक स्थिति पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।


4. संदेह और आत्मसमर्पण:

   खराब राहु के प्रभाव में व्यक्ति में संदेह और आत्मसमर्पण की कमी हो सकती है। यह व्यक्ति को अपनी क्षमताओं में विश्वास कम कर सकता है और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।


5. विद्या में कठिनाई:

   खराब राहु के प्रभाव में व्यक्ति को विद्या में कठिनाई का सामना कर सकता है। यह उसकी शिक्षा और अध्ययन में बाधाएं डाल सकता है।


यह लक्षण केवल सामान्य हैं और व्यक्ति की कुंडली पर निर्भर कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति इन लक्षणों को महसूस कर रहा है, तो उसे एक अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना चाहिए।

राहु के उपाय किस दिन करें  | Rahu Upay key Din

राहु के उपाय करने के लिए विभिन्न दिन और विशेष मुहूर्त शास्त्रों और ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार सुझाए जाते हैं। हालांकि, इसमें व्यक्ति की आस्था और विशेष ज्योतिषिय समीक्षा का भी प्रभाव होता है। यहां कुछ सामान्य दिन हैं जिन्हें राहु के उपाय के लिए उपयुक्त माना जाता है:


1. शनिवार:

   शनिवार को राहु के उपाय के लिए उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि राहु को शनि के साथ संबंधित माना जाता है। इस दिन राहु के मंत्र का जाप और राहु की पूजा की जा सकती है।


2.  सोमवार :

   कुछ लोग सोमवार को भी उपयुक्त मानते हैं, और इस दिन राहु के उपाय करते हैं।


3. चौथाई (चतुर्थी):

   कुछ लोग चौथाई तिथि को भी उपयुक्त मानते हैं, और इस दिन राहु के पूजा और उपाय करते हैं।


4. राहु का गोचर:

   ज्योतिष में राहु के गोचर (चलन) का विशेष महत्व होता है। जब राहु को अनुकूल माना जाता है, तब उपाय करना फलकारी हो सकता है।


ध्यान दें कि ये सुझाव व्यक्ति की आस्था, ज्योतिषीय संदर्भ, और व्यक्तिगत स्थितियों पर निर्भर करते हैं। व्यक्ति को चाहिए कि वह एक अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लें और उनसे उपाय के लिए सही समय और तरीके की सलाह प्राप्त करें।


राहु दान सामग्री


राहु के लिए उपाय:

लोहे का सामान, शीशा, तिल, सरसों:

रात्रि के समय इन चीजों का दान करना कहा जाता है। इसे एक गरीब व्यक्ति को देना अधिक शुभ माना जाता है।


सप्तधान:

सप्तधान का दान करना भी राहु के उपाय में सुझाया जाता है।


कम्बल, नीला वस्त्र:

रात्रि के समय कम्बल और नीला वस्त्र दान करने से भी राहु के प्रभाव में सुधार हो सकता है।


गोमेद:

गोमेद रत्न का धारण भी राहु के दोषों को कम करने में मदद कर सकता है।

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