माँ काली मंत्र | Kali Mantra

 काली माँ महाकाली भद्रकाली मंत्र | Maa Kali Mahakali Bhadrkali Mantra

 

मां काली, भारतीय हिन्दू धर्म में एक प्रमुख देवी रूप हैं और विशेष रूप से शक्ति सम्प्रदाय में मानी जाती हैं। मां काली का नाम "काल" के रूप में आया है, जिसका अर्थ होता है "काल" या "समय"। मां काली का दर्शन डरावने और उग्र रूप में होता है, लेकिन वे अपने भक्तों के लिए संरक्षण करने वाली माता के रूप में भी मानी जाती हैं।

मां काली के विशेष चरण (देवी के पैर) होते हैं, जिनमें विशेष रूप से दो चरण होते हैं, एक काली मां का और एक दरुखा का, जो दूसरी देवियों के चरण से अलग होते हैं। मां काली का रूप आमतौर पर काली, भद्रकाली, चिन्मस्ता, भयंकरी, धूमावती, भैरवी, तारा, वैष्णवी, बगलामुखी, मातंगी, कमला, क्लेशविनाशिनी आदि के रूप में प्रसिद्ध है।

मां काली के पूजा और अर्चना का महत्वपूर्ण हिस्सा है शक्ति सम्प्रदाय के भक्तों के लिए, और वे विशेष तरीके से नकारात्मकता, अज्ञान, और दुर्भावनाओं के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करती हैं। मां काली की पूजा कालीक्षेत्र, कोलकाता (कलीघाट) जैसे स्थलों पर बड़े धूमधाम के साथ मनाई जाती है, खासकर नवरात्रि के दिनों में।

मां काली का दर्शन और पूजा भक्तों को आध्यात्मिक साधना, समझदारी, और दैवी शक्ति के प्रति आदर्श बनाने में मदद करते हैं।

1. दक्षिण काली मंत्र

दक्षिण काली मंत्र- 'ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥' का जाप करने से मन का भय दूर होता है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है।   

2. मां काली के अन्य मंत्र

एकाक्षरी काली मंत्र- 'ॐ क्रीं' का जाप करने से व्यक्ति को शत्रु पर विजय प्राप्त होती है और उसके बिगड़ते काम भी बनने लग जाते हैं।

3.तीन अक्षरी काली मंत्र

तीन अक्षरी काली मंत्र- 'ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं' के जाप से व्यक्ति की सफलता में बाधक बन रहे दोष दूर होने लगते हैं और व्यक्ति तरक्की की ओर बढ़ता है। यहां तक कि व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होने लगती हैं।  

 4. पांच अक्षरी काली मंत्र

पांच अक्षरी काली मंत्र- ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट् व्यक्ति की पांच प्रमुख समस्याओं को दर्शाता है और इसके जाप के प्रभाव से जिस भी व्यक्ति के जीवन में जो भी पांच प्रमुख समस्याएं होती हैं वो स्वतः ही दूर होने लगती हैं।

5.सप्ताक्षरी काली मंत्र

सप्ताक्षरी काली मंत्र- ॐ हूँ ह्रीं हूँ फट् स्वाहा का जाप मां काली के साथ साथ भगवान शिव (भगवान शिव का पाठ) के भैरव रूप को प्रसन्न करता है। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को अपार बल और शक्ति का आशीर्वाद मिलता है।

 

6.श्री दक्षिणकाली स्वाहा मंत्र

श्री दक्षिणकाली मंत्र- 'क्रीं ह्रुं ह्रीं दक्षिणेकालिके क्रीं ह्रुं ह्रीं स्वाहा' का जाप करने से मृत्यु का भय नहीं सताता और अकाल मृत्यु जैसे योग का कुंडली में निर्माण नहीं होता है।

7.भद्रकाली मंत्र


भद्रकाली मंत्र- 'ॐ ह्रौं काली महाकाली किलिकिले फट् स्वाहा' के जाप से मां काली व्यक्ति को अष्ट सिद्धियों का स्वामी बना देती हैं और व्यक्ति के ऊपर मां काली के साथ साथ मां लक्ष्मी (लक्ष्मी पूजा के नियम) की भी कृपा बनी रहती है।

8.मां काली के मंत्र

Maa kali mantra मंत्र: ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।

 

एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने