घर में शांति के उपाय | Ghar Me Shanti Ke Upay

घर में सुख-शांति और धन प्राप्ति के उपाय | Ghar Me Shanti Ke Upay


परिवार में शांति के उपाय

नमक का उपयोग
वास्तु शास्त्र में घर की ऊर्जा को साफ करने और नेगेटिव ऊर्जा को दूर करने के लिए किया जाता है। आपके दिए गए उपाय में सेंधा नमक का एक महीने तक एक कोने में रखना भी एक ऐसा वास्तु शास्त्रीय उपाय है।

सेंधा नमक या खाद्य नमक को एक कोने में रखने से वहां की ऊर्जा में परिवर्तन हो सकता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है। यह एक उपाय है जो सामान्यत: बदले जाने वाले ऊर्जा को स्वीकृति देने के लिए किया जाता है।

यह एक वास्तु शास्त्रीय उपाय है जो घर में पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। हनुमान जी को मान्यता में भगवान के एक रूप के रूप में पूजा जाता है और उनका स्मरण नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद कर सकता है। इस उपाय के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:

कपूर का उपयोग

घर की शांति और सुरक्षा में मदद करने के लिए किया जा सकता है। यहां इस उपाय को करने के लिए कदम बारीकी से बताये जा रहे हैं:

रात को सोने से पहले:

  • एक छोटे से पीतल के बर्तन में गाय के घी में कुछ कपूर डालें।
  • इसके बाद, इसे रात में सोने से पहले अपने घर के मुख्य द्वार के पास जलाएं।
  • कुछ कपूर को जलाने के बाद, धूप की खुशबू फैलाएं।
  • सप्ताह में एक दिन:

हफ्ते में किसी एक दिन, 

  • घर के सभी कोनों में कपूर के धुआं को फैलाएं।
  • इसके लिए, एक छोटे से पीतल के बर्तन में कपूर डालें और उसे जलाएं।
  • इसका धुआं आपके घर के सभी क्षेत्रों में फैलना चाहिए।

मंगलवार को:

 यह उपाय मंगलवार को किया जाता है, क्योंकि मंगलवार हनुमान जी के विशेष रूप मंगल मूर्ति के रूप में पूजे जाते हैं।

  • पंचमुखी दीपक: मंदिर में पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति के सामने पंचमुखी दीपक जलाएं। इसके लिए पंचमुखी दीपक उपलब्ध होते हैं जो पांच दिशाओं की रक्षा करने के लिए होते हैं।
  • अष्टगंध जलाना: हनुमान जी के सामने अष्टगंध (सात प्रकार की सुगंधित द्रव्य) को जलाएं। इससे घर में सुगंधित और पॉजिटिव वातावरण बनता है।
  • सुगंध का फैलावा: इसके बाद, अष्टगंध का सुगंध को पूरे घर में फैलाएं। सुगंध की खुशबू घर की ऊर्जा को पॉजिटिव बनाए रखने में मदद कर सकती है।
  • केसर का उपयोग भी आप घर की आंतरिक कलह को दूर करने के लिए कर सकते हैं. इसके लिए आप चुटकीभर केसर पानी में मिलाकर स्नान करें. इसके बाद घर के मंदिर में पूजा पाठ करें और केसर का तिलक लगाएं केसर वाला दूध पीने से भी घर में शांति और समन्वय बना रहता है

केसर का उपयोग

घर की शांति और समन्वय में मदद करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय हो सकता है। नीचे इसे करने के लिए एक विस्तृत प्रक्रिया दी गई है:

केसर से स्नान:

सुबह उठने के बाद, एक चुटकीभर केसर को गर्म पानी में भिगोकर रखें।
जब केसर का रंग पानी में छूटना शुरू होता है, तो इस पानी को स्नान के लिए इस्तेमाल करें।
इस प्रक्रिया को नियमित रूप से करने से आपको शांति और सकारात्मक ऊर्जा का आभास हो सकता है।

केसर का तिलक:

स्नान के बाद, अपने मुख्य द्वार पर या अपने मंदिर में जाकर केसर का तिलक लगाएं।
तिलक लगाने के दौरान, मंत्र जैसे "ॐ शान्तिः" या अन्य शांति से संबंधित मंत्रों का उच्चारण करें।
यह आपको ध्यान और शांति की भावना प्रदान कर सकता है।

केसर वाला दूध:

रात्रि में सोने से पहले, एक चमच केसर को गर्म दूध में मिलाएं।
इस दूध को पीने से पहले, मंदिर में जाकर पूजा पाठ करें और शांति की कामना करें।
केसर वाला दूध पीने से आपको सुख-शांति की भावना हो सकती है।

घर में शांति के उपाय  | Ghar Me Shanti Ke Upay

घर में शांति के उपाय विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक, और वास्तुशास्त्र के सिद्धांतों पर आधारित हो सकते हैं। यहां कुछ सामान्य उपाय दिए जा रहे हैं जो घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं:


1. पूजा और ध्यान:

   - अपने घर में नियमित रूप से पूजा और ध्यान करना शांति और पॉजिटिव ऊर्जा को बढ़ावा देता है।

   - आप अपनी इष्ट देवता की पूजा कर सकते हैं और ध्यान के द्वारा मन को शांत कर सकते हैं।

2. वास्तु शुद्धि:

   - घर को वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के अनुसार स्थानांतरित करने से और घर को साफ-सुथरा रखकर पॉजिटिव ऊर्जा को बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

3. तुलसी का पौधा:

   - तुलसी का पौधा घर में लगाना शुभ माना जाता है और इससे शांति और पॉजिटिव ऊर्जा मिलती है।

4. कुंडलियों की पूजा:

   - घर में एक स्वयंभू कुंडलियों की पूजा करना शांति और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।

5. ध्यान और मेडिटेशन:

   - घर के सभी सदस्यों को नियमित रूप से ध्यान और मेडिटेशन में शामिल होना चाहिए। यह मानसिक शांति प्रदान कर सकता है।

6. शुभ रंगों का उपयोग:

   - घर को शुभ और पॉजिटिव ऊर्जा से भरने के लिए शुभ रंगों का उपयोग करें, जैसे कि सफेद, पीला, और हरा।

7. सांगीत और कला:

   - सांगीत और कला का सुन्दर रूप से सुनना और देखना शांति का अहसास कराता है और मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है।


8. दान :

   - नियमित रूप से दान और श्रेणी देना, चाहे छोटा हो या बड़ा, एक पॉजिटिव एनर्जी बनाए रखने में मदद कर सकता है।

इन उपायों को अपनाने से पहले, आपको अपने घर की विशेषताओं, परिस्थितियों, और व्यक्तिगत आवश्यकताओं को ध्यान में रखना चाहिए। ये उपाय व्यक्तिगत आधार पर भिन्न हो सकते हैं और आपकी आवश्यकताओं के अनुसार साजग किए जा सकते हैं।


परिवार में शांति के उपाय प्रदीप मिश्रा | Parivar Me Shanti Ke Upay Pradeep Mishra


  •  7 बेलपत्र के नीचे की डंडी का भाग ले लीजिए फिर उसे कच्चे सूत (धागा) को माता पार्वती और भोलेनाथ का स्मरण करके नंदी के सीधे हाथ पर नंदी का जो पैर उपर रहता है उस भाग में बैठकर सातों बेलपत्र को अपना नाम और गोत्र स्मरण करके बांध लेना है। फिर सातों बेलपत्र के अगले भाग में लाल चंदन लगाना है।
  •  प्रदोष के दिन शंकर जी को समर्पित करने से जिस भी गोत्र का नाम लेकर आपना कच्चा सूत बांधा है उसके घर में कभी क्लेश नहीं हो सकता। उस घर में शांति आ जाती है। ध्यान रखना ये बेलपत्र को कच्चे धागे से ही लपेटे पक्के से नहीं।

  •  अगर किसी पति-पत्नी के बीच तलाक की नौबत अगर आ जाती है तो नंदी के ठीक पीछे बैठकर परिवार के एक व्यक्ति के साथ जिसका तलाक न कराना हो लड़का या लड़की को सोमवार के जिस दिन अष्टमी पड़े उस दिन हाथ में बेलपत्र लेकर हाथ जोड़ना है फिर हाथ पर 7 बार कच्चा सूत लपेटना है।

  •  फिर सूत निकालना है बेलपत्री के साथ। इस बेलपत्र को अपने साथ रखना इसके बाद हाथ से निकला हुआ सूत को पार्वती जी के हस्तकमल में डाल देना है और मां से प्रार्थना करना है। इसके बाद उसी बेलपत्र को शंकर भगवान के कटी भाग में चढ़ा देना है। ज्यादा से ज्यादा तीन से चार महीने में वापस प्रेम बढ़ जाता है दोनों फिर से एक हो जाते है। तलाक की बात तक समाप्त हो जाती है।


घर में सुख-शांति के लिए कौन सा व्रत करें

स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। वहीं भगवान कार्तिकेय जीवन में आने वाली बाधाओं से भी दूर रखते हैं।



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