आत्मविश्वास मंत्र ।Confidence Mantra
आत्मविश्वास का अच्छा मंत्र क्या है?
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?
आत्मबल को मजबूत कैसे करे?
1.आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए 'विश्वास मंत्र' का प्रयोग किया जाता है. मंत्र इस प्रकार है-
'भवानी शंकरौ वन्दे श्रद्धा विश्वासरूपिणौ'.
2.आत्मविश्वास का दूसरा मंत्र
लोकाः समस्ताः सुखिनो भवंतु
इस मंत्र का अर्थ है ‘संसार के सभी जीव खुश और सुखी रहें। उनके विचारों, शब्दों और आचरण में स्वच्छता का संचार हो। इस मंत्र का उच्चारण उस समय करना चाहिए जब किसी कारणवश आपको किसी व्यक्ति पर क्रोध आ रहा हो। इससे आपकी सहनशीलता बढ़ेगी और आपका मन शांत होगा
3. आत्मविश्वास का तीसरा मंत्र
ॐ सह नाववतु सह नौ भुनक्तु सह वीर्यंम करवावही: तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषाव: ओम
इस मंत्र का अर्थ है कि 'हे ईश्वर हमारी रक्षा करो. हमें आपके आर्शीवाद की जरूरत है। हम में मानवता का संचार करके, एक साथ मिल-जुलकर काम करने की भावना का संचार करो’। इस मंत्र का उच्चारण उस समय करना चाहिए, जब हम पर नकारात्मकता हावी होने लगे और हम अपने लक्ष्य से भटकने लगे।
4.आत्मविश्वास का चौथा मंत्र
ओम गण गणपतये नमो नमः
इस मंत्र का अर्थ है ‘मैं अपना मस्तक गज के शीष वाले, भगवान गणेश के चरणों मे झुकाता हूं।’ इस मंत्र का जाप तब करना चाहिए जब आपके सामने जीवन की कोई बड़ी चुनौती आई हो। साथ ही किसी नए काम को शुरू करने और किसी यात्रा पर जाते समय भी ये मंत्र बहुत प्रभावशाली होता है.
5. आत्मविश्वास का पांचवा मंत्र
“ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम”
ये मां लक्ष्मी का बीज मंत्र माना जाता है. ऐसा माना जाता इस मंत्र के नियमित जाप करने से इंसान का आत्मविश्वास बढ़ता है. मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से आर्थिक तंगी नहीं रहती और इंसान के कष्ट दूर हो जाते हैं.
6.आत्मविश्वास का मंत्र
“ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ”.
माना जाता है कि इस लक्ष्मी गायत्री मंत्र के जाप से जीवन में सुख समृद्धि आती है. मान्यता है कि नियमित रूप में मां लक्ष्मी के इस मंत्र के जाप से जिंदगी में सकारात्मकता आती है और भय दूर होता है.