अमावस्या के उपाय और टोटके | Amavasya Key Upaya
अमावस्या के दिन घर में क्या करना चाहिए
अमावस्या को धन लाभ के लिए कुछ उपाय करना एक आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष हो सकता है, हालांकि ध्यान रखें कि ये केवल आस्था और श्रद्धा के साथ किए जाने वाले रूपी चरण होते हैं और इसका वैज्ञानिक सिद्धांत सिद्ध नहीं है। यहां कुछ ऐसे उपाय दिए गए हैं जो लोग धन लाभ के लिए कर सकते हैं:1. दान करें: अमावस्या के दिन दान करना एक पूर्वापराह्ण कार्य हो सकता है। धन दान करने से सामाजिक और आर्थिक संबंध सुधर सकते हैं।
2. पूजा और मंत्र जाप: अमावस्या के दिन धन की प्राप्ति के लिए पूजा और मंत्र जाप करना एक आच्छिद्र तरीका हो सकता है। मां लक्ष्मी की पूजा या विष्णु सहित किसी देवी-देवता की पूजा करें।3. योग और ध्यान: अमावस्या के दिन योग और ध्यान करना आत्मा को शांति और स्थिरता प्रदान कर सकता है, जो आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है।4. तीर्थ यात्रा: कुछ लोग अमावस्या के दिन तीर्थ यात्रा करना भी अच्छा मानते हैं। तीर्थ यात्रा से आत्मा को शुद्धि मिलती है और यह धन के प्रवाह को बढ़ा सकता है।5. सावधानियां और उपाय: अपने वित्तीय मामलों में सावधानी बरतें और योजना बनाएं। अमावस्या के दिन अच्छे विचार और क्रियाएं शुरू करने का समय हो सकता है।
अमावस्या के दिन पीपल के उपाय | Amavasya Key Peaple Upaya
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ (फिकस रेलीजियोसा) का महत्व धार्मिक और पौराणिक दृष्टिकोण से बहुत अधिक होता है। इस दिन कई लोग विभिन्न उपाय और पूजा करते हैं जिससे उन्हें शांति, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति होती है। निम्नलिखित कुछ प्रमुख पीपल के पेड़ के उपाय हैं जो अमावस्या के दिन किए जा सकते हैं:
1. पीपल के पेड़ की पूजा:
- अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से अनेक धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ होता है।
- पीपल पूजा में पुराण, आरती, मंत्र, और ध्यान शामिल किए जा सकते हैं।
- पूजा के समय पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से कार्य करें।
2. पीपल के पेड़ के नीचे दान:
- पीपल के पेड़ के नीचे दान देना भी एक प्रचलित उपाय है।
- दान में अनाज, धन, वस्त्र, और फलों को पीपल के पेड़ के नीचे रखें।
- इसके माध्यम से व्यक्ति दान करके अपने अच्छे कर्मों को बढ़ावा देता है।
3. पीपल पत्तियों का उपयोग:
- पीपल के पत्तियों को लेकर कुछ लोग विशेष प्रयोग करते हैं।
- पत्तियों को सुखा कर पीसकर चूर्ण बना सकते हैं और इसे गंगाजल के साथ मिलाकर शिवलिंग पर लगा सकते हैं।
- इससे शिवजी की पूजा में सान्त्वना मिल सकती है।
4. पीपल के नीचे ध्यान और पठन:
- पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर ध्यान और पठन करना भी एक अच्छा उपाय है।
- ध्यान करते समय पीपल की महिमा और प्राकृतिक शक्तियों का आत्मविश्वास बढ़ा सकता है।
5. पीपल के पेड़ की चादर से धारा:
- पीपल के पेड़ की चादर से धारा करने का भी लोकप्रिय अनुसारन है।
- इसमें चादर को पीपल के पेड़ पर स्थापित करना होता है और फिर इसमें बैठकर ध्यान और जप करना होता है।
अमावस्या के दिन क्या खरीदना चाहिए
अमावस्या के दिन व्यक्ति अपनी आध्यात्मिक और शारीरिक शुद्धि के लिए विशेष प्रकार की वस्तुएं खरीद सकता है और कुछ विशेष उपाय भी आचरण कर सकता है। निम्नलिखित में अमावस्या के दिन क्या खरीदना चाहिए, उसकी कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं:
1. पूजा सामग्री:
- अमावस्या के दिन आप पूजा सामग्री खरीद सकते हैं, जैसे कि अगरबत्ती, दीपक, गंगाजल, रुद्राक्ष माला, और पूजा के लिए आवश्यक उपकरण।
2. तुलसी का पौधा:
- अमावस्या के दिन तुलसी का पौधा खरीदना शुभ होता है। इसे घर में लगाने से धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ होता है।
3. पितृपक्ष दान:
- अमावस्या के दिन आप गरीबों और जरूरतमंद लोगों को भोजन, वस्त्र, और अन्य आवश्यकताओं का दान कर सकते हैं, जो पितृपक्ष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
4. धार्मिक ग्रंथ:
- अमावस्या के दिन आप धार्मिक ग्रंथों की खरीदी कर सकते हैं और उन्हें अपने घर में रखकर पढ़ाई करने का निश्चित कर सकते हैं।
5. आत्मा शुद्धि के लिए आहार:
- अमावस्या के दिन सात्विक आहार पर ध्यान देना शुभ होता है। सत्त्विक आहार वात, पित्त, और कफ को शांति देता है और आत्मा को शुद्धि प्रदान करता है।
6. योग और मेडिटेशन सामग्री:
- अमावस्या के दिन आप योग और मेडिटेशन के लिए सामग्री खरीद सकते हैं, जैसे कि योगमैट, ध्यान सीट, और मैडिटेशन सूची।
7. यात्रा के लिए सामग्री:
- अमावस्या के दिन यात्रा के लिए सामग्री खरीद सकते हैं, जैसे कि पैकिंग बैग, यात्रा सूची, और आरामदायक वस्त्र।
अमावस्या के शत्रु नाशक टोटके | Amavasya Key Shatru nashak Upay
अमावस्या के दिन शत्रु नाशक टोटके का अनुसरण करना एक आध्यात्मिक प्रक्रिया हो सकती है, जिसका उद्देश्य शत्रुओं से सुरक्षा प्राप्त करना है। यहां कुछ शत्रु नाशक टोटके दिए जा रहे हैं, जो व्यक्ति अपनी आत्मा को सुरक्षित महसूस करने में मदद कर सकते हैं:
1. पंचांगुलियाँ:
- अमावस्या के दिन व्यक्ति को विशेष रूप से पंचांगुलियाँ (रिंग फिंगर, मिडिल फिंगर, लिटिल फिंगर, इंडेक्स फिंगर, और थंब) पहननी चाहिए। यह प्रतिरक्षा एवं सुरक्षा का प्रतीक हो सकता है।
2. काली माता का ध्यान:
- अमावस्या के दिन काली माता की पूजा करना शत्रुओं से मुक्ति के लिए शक्तिशाली हो सकता है। ध्यान योग्य जगह पर काली माता की मूर्ति को स्थापित करें और उनकी आराधना करें।
3. गोमती चक्रवर्ती:
- एक गोमती चक्रवर्ती को लेकर व्यक्ति को एक गुलाब के पत्ते में बाँध दें और उसे अपने घर के प्रवेश द्वार पर स्थापित करें। इससे शत्रुओं से सुरक्षा हो सकती है।
4. बाराती वृक्ष पूजा:
- बाराती वृक्ष की पूजा करना भी शत्रुओं से रक्षा करने में मदद कर सकता है। इस पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का जाप करें और वृक्ष को सज्जित करें।
5. कुँडलिनी योग:
- अमावस्या के दिन कुँडलिनी योग का अभ्यास करना शत्रुओं के प्रति सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करने में सहायक हो सकता है।
6. शत्रु संहारक मंत्र:
- कुछ विशेष शत्रु संहारक मंत्रों का जाप करना भी आपको शत्रुओं से बचाने में मदद कर सकता है।
अमावस्या के दिन गाय को क्या खिलाना चाहिए
इस दिन गाय को हरा पालक खिलाना बहुत शुभ माना जाता है. इस उपाय को करने से गौ माता समेत सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है. साथ ही पितृ प्रसन्न होकर धन-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.
सोमवती अमावस्या के खास उपाय शनि पीड़ा से मुक्ति चाहते दिलाये | Somvati Amavasya Key Upaya
उपाय की पद्धति:
1. सोमवती अमावस्या का चयन: यह उपाय सोमवती अमावस्या के दिन किया जाता है, जो कारग्रहों की शक्ति को कम करने के लिए मानी जाती है।
2. पानी में चीनी या गुड़ मिलाएं: आपको एक कप पानी में चीनी या गुड़ मिलाना है। यह पानी पवित्र माना जाता है और शुद्धि का प्रतीक है।
3. पीपल पर चढ़ाएं: फिर आपको इस पानी को पीपल के पेड़ की जड़ में चढ़ाना है। पीपल पेड़ हिन्दू धर्म में पवित्रता का प्रतीक है और उसे विशेष रूप से पूजा जाता है।
4. दीपक जलाएं: अब, आपको एक दीपक जलाना है, जिससे आप आत्मा के प्रकाश की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
शिव भगवान की पूजा और शिव चालीसा का पाठ करके भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसमें विशेष रूप से सोमवती अमावस्या के दिन शिवलिंग को सफेद आंक के फूलों से चढ़ाना और शिव चालीसा का पाठ करना शामिल है।
पद्धति:
1. शिवलिंग पर सफेद आंक के फूल चढ़ाना: सोमवती अमावस्या के दिन, एक या कई सफेद आंक के फूलों को लेकर शिवलिंग पर चढ़ाना। फूलों को शिवलिंग पर सजाकर भगवान शिव की पूजा करें।
2. शिव चालीसा का पाठ: इसके बाद, शिव चालीसा का पाठ करें। शिव चालीसा भगवान शिव की स्तुति और भक्ति के श्लोकों का संग्रह है।
इस उपाय का मुख्य उद्देश्य शिवजी की पूजा करके उनसे कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना है और सोया भाग्य को जागरूक करना है। भक्तिभाव से इसे किया जाना चाहिए।
जो भगवान शिव के पूजन के माध्यम से घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है। इसका उद्देश्य नकारात्मक ऊर्जा और घर के अन्दर किसी भी प्रकार के कलहों या असुख को दूर करना है।
पद्धति:
1. शिवलिंग का अभिषेक: सोमवती अमावस्या के दिन, शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करें। आप शिवलिंग पर थोड़ा सा जल कलश रख सकते हैं।
2. शिव पर चढ़ाया जल कलश: शिवलिंग के पास एक जल कलश रखें और उसमें थोड़ा सा गंगाजल डालें। फिर इसे शिवलिंग पर चढ़ाया करें।
किसी की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढ़ैय्या होने पर किया जा सकता है। इस उपाय का उद्देश्य शनि ग्रह की अनुकूलता और शनि से आने वाली संभावित कष्टों को कम करना है।
पद्धति:
1. काले तिल का दान: सोमवती अमावस्या के दिन, काले तिल का दान करें। तिल को किसी भी निर्धारित या सुरक्षित स्थान पर रखें, और इसे किसी गरीब व्यक्ति या धर्मशाला में दान करें।
2. मंत्र जाप: तिल के दान के समय शनि मंत्र का जाप करें, जैसे कि "ऊं शं शनैश्चराय नमः"। इससे शनि ग्रह की अनुकूलता में सुधार हो सकता है।
3. पूजा और ध्यान: शनि देव की पूजा और ध्यान करें। इसके लिए शनि देव की मूर्ति, शनि शक्ति पीठ, या शनि के वाणी का ध्यान कर सकते हैं।