रुद्राभिषेक पूजा के फायदे | Rudra Abhishek Puja Benefits in Hindi
- रुद्राभिषेक पूजा के फायदे
- रुद्राभिषेक पूजा सामग्री
- रुद्राभिषेक पूजा सामग्री लिस्ट
- रुद्राभिषेक पूजा लाभ
- रुद्राभिषेक पूजा मंत्र
- रुद्राभिषेक पूजा कैसे होता है
- रुद्राभिषेक पूजा घर पर
रुद्राभिषेक पूजा लाभ
रुद्राभिषेक पूजा को भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन हिंदू पूजा विधि है। इस पूजा के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
1. शांति एवं सुख: रुद्राभिषेक पूजा से व्यक्ति को मानसिक शांति और सुख मिलता है। भगवान शिव के आशीर्वाद से जीवन में दुःखों का समाप्त होता है और समृद्धि आती है।
2. धन और समृद्धि: रुद्राभिषेक पूजा धन एवं समृद्धि को बढ़ाने में सहायक होती है। भगवान शिव के आशीर्वाद से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और धन की वृद्धि होती है।
3. आरोग्य: रुद्राभिषेक पूजा से शारीरिक और मानसिक रोगों का निवारण होता है। भगवान शिव के आशीर्वाद से सेहत और ताक़त में सुधार होता है।
4. अध्ययन और बुद्धि: रुद्राभिषेक पूजा से विद्या और बुद्धि में वृद्धि होती है। छात्रों को इस पूजा का विशेष लाभ होता है, जिससे उनके अध्ययन में सफलता मिलती है।
5. बच्चे प्राप्ति: रुद्राभिषेक पूजा से संतान प्राप्ति में मदद मिलती है। संतान सुख की प्राप्ति के लिए यह पूजा किया जाता है।
6. निराशा से मुक्ति: रुद्राभिषेक पूजा करने से व्यक्ति की निराशा और निराशा की भावना दूर होती है, और उसे आत्मविश्वास मिलता है।
7. पारिवारिक समृद्धि: रुद्राभिषेक पूजा से पारिवारिक समृद्धि और खुशियां मिलती हैं। परिवार के सभी सदस्यों की रक्षा होती है और परिवार के बीच सम्बंध मधुर होते हैं।
यहां दिए गए फायदों के अलावा, रुद्राभिषेक पूजा कई अन्य भावनात्मक और आध्यात्मिक लाभ भी प्रदान करती है। ध्यान और श्रद्धा से इस पूजा का अनुसरण करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है और जीवन में समृद्धि और खुशियां आती हैं।
रुद्राभिषेक पूजा मंत्र| Shiv Rudrabhishek Mantra
ॐ नम: शम्भवाय च मयोभवाय च नम: शंकराय च
मयस्कराय च नम: शिवाय च शिवतराय च ॥
ईशानः सर्वविद्यानामीश्व रः सर्वभूतानां ब्रह्माधिपतिर्ब्रह्मणोऽधिपति
ब्रह्मा शिवो मे अस्तु सदाशिवोय् ॥
तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
अघोरेभ्योथघोरेभ्यो घोरघोरतरेभ्यः सर्वेभ्यः सर्व सर्वेभ्यो नमस्ते अस्तु रुद्ररुपेभ्यः ॥
वामदेवाय नमो ज्येष्ठारय नमः श्रेष्ठारय नमो
रुद्राय नमः कालाय नम: कलविकरणाय नमो बलविकरणाय नमः
बलाय नमो बलप्रमथनाथाय नमः सर्वभूतदमनाय नमो मनोन्मनाय नमः ॥
सद्योजातं प्रपद्यामि सद्योजाताय वै नमो नमः ।
भवे भवे नाति भवे भवस्व मां भवोद्भवाय नमः ॥
नम: सायं नम: प्रातर्नमो रात्र्या नमो दिवा ।
भवाय च शर्वाय चाभाभ्यामकरं नम: ॥
यस्य नि:श्र्वसितं वेदा यो वेदेभ्योsखिलं जगत् ।
निर्ममे तमहं वन्दे विद्यातीर्थ महेश्वरम् ॥
त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिबर्धनम् उर्वारूकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात् ॥
सर्वो वै रुद्रास्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु । पुरुषो वै रुद्र: सन्महो नमो नम: ॥
विश्वा भूतं भुवनं चित्रं बहुधा जातं जायामानं च यत् । सर्वो ह्येष रुद्रस्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ॥
रुद्राभिषेक पूजा कैसे की जाती है | रुद्राभिषेक पूजा इन हिंदी
रुद्राभिषेक पूजा सामग्री | रुद्राभिषेक पूजा सामग्री लिस्ट
1. शिवलिंग: एक पवित्र शिवलिंग जो उत्तर दिशा में रखा जाता है।
2. गंगाजल या पानी: शुद्धिकरण के लिए जल।
3. धूप: धूप देने के लिए धूपदीप।
4. दीपक: आरती देने के लिए दीपक।
5. धातु कलश: जल धारण करने के लिए एक सुन्दर धातु कलश।
6. फूल: पूजा के लिए फूल।
7. बेल पत्र: अर्चना के लिए बेल पत्र।
8. गुड़ और घी: नैवेद्य के लिए गुड़ और घी।
9. वस्त्र: शिवलिंग को ढंकने के लिए वस्त्र।
10. धनिया, खजूर, अखरोट: नैवेद्य के लिए भोग सामग्री।
रुद्राभिषेक पूजा कैसे होता है
1. पूजा स्थल की सफाई करें और शिवलिंग को अच्छे से साफ पानी से धो लें।
2. शिवलिंग को उत्तर दिशा में रखें।
3. धातु कलश में गंगाजल भरें और उसके ऊपर फूल रखें।
4. धूपदीप और दीपक जलाएं।
5. अर्चना के लिए बेल पत्र को शिवलिंग पर चढ़ाएं।
6. धातु कलश से गंगाजल की धारा शिवलिंग पर छिड़कें।
7. मन्त्रों के साथ शिवलिंग का अभिषेक करें। रुद्राष्टाध्यायी या शिव सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं।
8. धूप, दीपक, फूल, बेल पत्र, घी, गुड़, धनिया, खजूर, अखरोट आदि से भगवान शिव को नैवेद्य अर्पित करें।
9. पूजा के बाद, भक्ति भाव से भजन, कीर्तन और आरती करें।
इस रूप में, रुद्राभिषेक पूजा को ध्यानपूर्वक करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में समृद्धि, शांति और सुख की प्राप्ति होती है। यह पूजा भक्ति, श्रद्धा और पूर्ण समर्पण के साथ की जानी चाहिए।
रुद्राभिषेक पूजा घर पर | रुद्राभिषेक पूजा एट होम
हां, रुद्राभिषेक पूजा को घर पर भी किया जा सकता है। निम्नलिखित तरीके से आप घर पर रुद्राभिषेक पूजा का आयोजन कर सकते हैं:
सामग्री:
पूजा के लिए उपरोक्त उपकरणों की तैयारी करें। अगर कोई सामग्री न मिले तो आप बेल पत्र, दूप, दीपक, गंगाजल, फूल और घी के साथ भी पूजा कर सकते हैं।
पूजा स्थल की तैयारी:
1. एक शुद्ध और प्राकृतिक वातावरण में पूजा करने के लिए एक पूजा स्थल चुनें।
2. पूजा स्थल को साफ़ सजाकर वस्त्र, फूल या धूपदीप से सजाएं।
3. शिवलिंग को उत्तर दिशा में रखें।
पूजा की प्रक्रिया:
1. पूजा का आरम्भ गणेश वंदना से करें।
2. शिवलिंग को गंगाजल से साफ करें और धूपदीप से आरती दें।
3. बेल पत्र और फूलों से शिवलिंग को चढ़ाएं।
4. शिवलिंग को धातु कलश से गंगाजल की धारा छिड़कें।
5. रुद्राष्टाध्यायी या शिव सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करें।
6. भजन, कीर्तन और आरती करें।
7. धूपदीप, फूल, बेल पत्र, नैवेद्य आदि से भगवान शिव को नैवेद्य अर्पित करें।
8. आखिर में प्रार्थना करें और भगवान शिव का आशीर्वाद लें।
पूजा के दौरान मन, शरीर और आत्मा को एकाग्र करके श्रद्धा और भक्ति से रुद्राभिषेक पूजा करें। ध्यान और प्रार्थना में लगे रहने से यह पूजा आपके जीवन में शांति, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति में सहायक होगी।