Ganesh Ji Ke 108 Nam Mantra । श्री गणेश के १०८ नाम
।। श्री गणेश के १०८ नाम ।।
(ओम त्वमेव साक्षात श्री..... नमो नमः)
- विनायकाय
- विघ्नराजाय
- वरदाय
- गौरी पुत्राय गणनायकाय
- गणेश्वराय
- स्कन्दग्रजाय
- अव्ययाय
- सर्वसिद्धिप्रदाय
- पूताय
- दक्षाय
- शान्ताय
- ब्रह्मचारिणे
- गजाननाय
- मुनिस्तुताय
- एकदन्ताय
- चतुर्बाहवे
- चतुराय
- शक्ति संयुक्ताय
- लम्बोदराय
- हरये
- ब्रह्मविद्युत्तमाय
- महाकालाय
- ग्रहपतये
- शाश्वताय
- दूर्वाबिल्व-
- प्रिया वीतभयाय
- कृतिने
- गदिने
- चक्रिणे
- श्रीदाय
- अजाय
- श्रीपतये
- स्तुतिहर्षिताय
- जटिलाय
- सनातनाय
- वेदवेद्याय
- विद्यानिधय
- अध्यक्षाय
- हेरंबाय
- इन्द्रश्रीप्रदाय
- वाणीप्रदाय
- शर्वतनयाय
- देवाय
- विघ्नविनाशाय
- ज्ञान रूपाय
- अनेकार्चिताय
- शुद्धाय
- वक्रतुण्डाय
- जगन्मनाय
- पाशाङकुशधराय
- प्रथमपूजिताय
- छन्दाय
- गुणातीताय
- निरंजनाय
- एकदन्ताय
- ज्योति स्वरूपाय
- परमपवित्राय
- चन्द्रचूडामणये भीमोदरायतुष्टाय
- शर्मदा
- मोह वर्जि
- शरण्याय कल्याणगुर
- चित्तेश्वरा
- अमितविक्र
- कुमारगुरवे कैवल्यसुखदा
- गुण पूर्णा
- पापह
- सिद्धार्चितपदाम्बुजा
- सम-हि
- श्रीकंठा
- सौम्या
- सिदुरव
- यक्षुचापधृता
- आश्री
- रामार्चिता
- स्थूलकण्ठा
- सच्चिदानन्दविग्र
- अग्रण्ये
- शूर्पक
- श्री धीरा
- पूर्णा
- योगी
- नाग यज्ञोपवीति
- कमलाक्षा
- भालचन्द्रा
- योगधा
- सत्त्वाध
- अव्यक्त मूर्त
- शिवपुत्रा
- विश्व धात्रे
- नि
- समस्त जगद्धरा
- श्रीमु
- मूषक वाहना
- मूलाधार चक्र स्तिथाय निर्मालया
- निर्मला
- अबोधिता प्र
- मोक्ष प्रदायका
- पृथ्वी तत्व
- समस्त साक्षि
- सर्वात्मका
- अनन्ता
- कान्ति
- अकल्मषाय
- स्वयंसिद्धाय
- कामिने
- कमलाक्षा
- भालचन्द्रा
- विश्व धात्रे